Friday, May 16, 2008

chhindwara छबि





7 comments:

Dr Parveen Chopra said...

कुछेक फोटो तो बिल्कुल दबी सी, सहमी सी , आवाज़ में चीख चीख कर इतना कुछ कह रही हैं कि मैं इन में दिखाये गये लोगों की स्थिति की कल्पना भली भांति कर सकता हूं...........लेकिन डोंगरे जी, अगर चित्रों के साथ थोड़ा बहुत लिखा भी होता तो बहुत अच्छा लगता। खास कर , छिंदवाडा के बारे में, और इन लोगों की लाइफ के बारे में जिन की फोटो आपने यहां लगाई हैं.....क्या कह कर के आपने इन्हें फोटो खिंचवाने के लिये राजी कर लिया......लेकिन मैं भी कैसी बचकानी बातें करता हूं ज्यादातर मौकों पर.......इन की मरजी ना-मरजी की क्या बिसात।
कमैंट माडरेशन आन है....लगता है कि टिप्पणी लिखने वाले के मुंह पे रूमाल रखा हुया है. यह टिप्पणी भी अगर आप को प्रकाशन योग्य न लगें तो डिलीट मार कर इगनोर कर दीजियेगा, no regrets!!

Udan Tashtari said...

बड़ी याद दिलाई छिंदवाड़ा की. खूब गली गली घूमें कमलनाथ जी के और दीपक सक्सेना के चुनाव के दौरान यहाँ-एक जमाने में. :)

Chhindwara chhavi said...

Dr.Parveen Chopra ji,

तारीफ के लिए शुक्रिया ...
आपका सुझाव अच्छा है ...
छिंदवाडा के बारे में, और इन लोगों की लाइफ के बारे में ... मैं जरूर लिखूंगा

अमिताभ said...

maza aa gaya mere dost !! lage rahe ho trishna!!

लावण्यम्` ~ अन्तर्मन्` said...

भारत के ग्रामीण इलाकोँ की सच्ची तस्वीरेँ पेश कर आपने अच्छा काम किया है -
अब विस्तार से वहाँ के जन जीवन पर भी लिखियेगा -
शुभकामना सहित,
- लावण्या

Anonymous said...

Sad to say but photo number 1, 3, 4 are originally taken by someone else. I saw it in galley of www.patalkot.com.

Mr Dongre should at least mention website's name below the photo. It may be a copyrighted material. Photo no. 2 is also taken from government website of chhindwara district.

Satyagarh Panigrahi
Mahasamund

Chhindwara said...

ise bhi dekhe

http://chhindwara-ki-awaz.blogspot.com