डोंगरे की डायरी : रायपुर से पढ़िए...छिंदवाड़ा के मूलनिवासी पत्रकार और ब्लॉगर रामकृष्ण डोंगरे की ऑनलाइन डायरी
हर दौर में जमाने ने देखे हैं कमीने दो-चार आदमी मैं फिर क्यों अफसोस करूं, जो एक कमीना देख लिया। #अधूरी_शायरी #रोज_एक_शायरी #रचना_डायरी ©® रामकृष्ण डोंगरे #तृष्णातंसरी
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