डोंगरे की डायरी : रायपुर से पढ़िए...छिंदवाड़ा के मूलनिवासी पत्रकार और ब्लॉगर रामकृष्ण डोंगरे की ऑनलाइन डायरी
खेलने को तुमको एक खिलौना चाहिए था, कमबख्त तुमको बस दिल मेरा चाहिए था। #अधूरी_शायरी #रचना_डायरी रचना समय : 14 नवंबर 2017, रायपुर, छत्तीसगढ़ ©® रामकृष्ण डोंगरे 'तृष्णा' तंसरी
Post a Comment
No comments:
Post a Comment