Monday, May 30, 2016

ज्यु माथो नवानो जानस आय

सबरी दुनिया ओकीच सा
ज्यु हासनो जानस आय

उजारो बि ओकोच सा
ज्यु दियो जलानो जानस आय

हर जघा मंदिर, मज्जित, गुरुद्वारो सा l
पर भगवान त ओको च सा
ज्यु "माथो" नवानो जानस आय

पवारी अनुवाद : पंकज चौधरी

सारा जहां उसी का है
जो मुस्कुराना जानता है
रोशनी भी उसी की है
जो शमा जलाना जानता है
हर जगह मंदिर मस्जिद ,गुरूद्वारे है।
लेकीन इश्वर तो उसीका है जो 
"सर"  झुकाना जानता है..

मूल रचना


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