चूल्हे के कोयले से पेंटिंग करते थे बिस्वाल, पीएम ने की थी तारीफ
"गुजारे के लिए नौकरी जरूरी है। मैं कर भी रहा हूं। लेकिन पेंटिंग मेरी जिंदगी के लिए बेहद जरूरी है। पढ़ाई के बाद कोई भी नौकरी करने का प्रेशर फैमिली की ओर से रहा। इसलिए मैंने 1990 में रेलवे की नौकरी ज्वाइन की। रेलवे में टीटीई की नौकरी के दौरान तमाम रेलवे स्टेशनों में वक्त गुजारने का मौका मिला। मेरी सबसे ज्यादा खूबसूरत और मशहूर पेंटिंग्स में रेलवे प्लेटफार्म्स के दिलकश नजारे शामिल हैं।"
यह कहना है रेलवे में टीटीई और वरिष्ठ चित्रकार बिजय बिस्वाल का ... पूरा इंटरव्यू पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर डॉट कॉम पर यहां क्लिक कीजिए....
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दैनिक भास्कर, रायपुर में 27 अगस्त, 2015 को प्रकाशित।
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दैनिक भास्कर, रायपुर में 27 अगस्त, 2015 को प्रकाशित।
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