आज दोपहर हम लोग घूमने निकले ... प्लान पहले से तय नहीं था ... रविवार है इसलिए मेरे पास भी पूरा वक्त था . पहले प्लान फिल्म सिटी , सेक्टर -१६ नॉएडा जाने का था फिर प्लान ... मंडी हाउस का बन गया . वहां बाबा श्री विष्णु खरे जी से मुलाकात करना था ।
कार्यक्रम शाम ५.३० बजे था , लेकिन हम लोग २ - २.३० बजे ही निकल गए। रास्ते में लक्ष्मीनगर में कुछ काम था । फ़िर हम लोग जनकपुरी वाली बस में बैठ कर मंडी हाउस जा पहुंचे । chhindwara ke बुजुर्ग लेखक , पत्रकार से पहली बार आमने -सामने की मुलाक़ात थी । काफी अच्छी मुलाक़ात रही ... राधेश्याम से भी बाबा ने बात की, जॉब के लिए सलाह दी कि चिंता म़त करो - सब ठीक हो जाएगा । बाबा से मिलकर बहुत खुशी हुई । बाबा कवि, लेखक तो है ही ... वे दिल्ली में हमारे परिवार के बुजुर्ग की तरह है ।
आज राधेश्याम -रामधन को मेट्रो में भी बैठने का मौका मिला । उसे बहुत ही अच्छा लगा । उसके चहरे की खुशी बता रही थी ।
2 comments:
बधाई हो कुछ न कुछ सीखते रहिये |
पूर्णसिंह वरदे ज़ी की 2बुक प्रिंट होकर आ गई है गीत माधुरी. ब्रम्ह ब्रमांड अमेज़न पर उपलब्ध छिंदवाड़ा के साहित्यकार
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