Sunday, December 21, 2008

बाबा विष्णु खरे, मुलाक़ात, मेट्रो में राधेश्याम

आज दोपहर हम लोग घूमने निकले ... प्लान पहले से तय नहीं था ... रविवार है इसलिए मेरे पास भी पूरा वक्त था . पहले प्लान फिल्म सिटी , सेक्टर -१६ नॉएडा जाने का था फिर प्लान ... मंडी हाउस का बन गया . वहां बाबा श्री विष्णु खरे जी से मुलाकात करना था ।


कार्यक्रम शाम ५.३० बजे था , लेकिन हम लोग २ - २.३० बजे ही निकल गए। रास्ते में लक्ष्मीनगर में कुछ काम था । फ़िर हम लोग जनकपुरी वाली बस में बैठ कर मंडी हाउस जा पहुंचे । chhindwara ke बुजुर्ग लेखक , पत्रकार से पहली बार आमने -सामने की मुलाक़ात थी । काफी अच्छी मुलाक़ात रही ... राधेश्याम से भी बाबा ने बात की, जॉब के लिए सलाह दी कि चिंता म़त करो - सब ठीक हो जाएगा । बाबा से मिलकर बहुत खुशी हुई । बाबा कवि, लेखक तो है ही ... वे दिल्ली में हमारे परिवार के बुजुर्ग की तरह है ।

आज राधेश्याम -रामधन को मेट्रो में भी बैठने का मौका मिला । उसे बहुत ही अच्छा लगा । उसके चहरे की खुशी बता रही थी ।

2 comments:

Varun Kumar Jaiswal said...

बधाई हो कुछ न कुछ सीखते रहिये |

Sahjad singh said...

पूर्णसिंह वरदे ज़ी की 2बुक प्रिंट होकर आ गई है गीत माधुरी. ब्रम्ह ब्रमांड अमेज़न पर उपलब्ध छिंदवाड़ा के साहित्यकार