| मेरी कविता - खबरों का नशा |
खबरों में भी,
नशा होता है।
कुछ खबरों को पढ़ने
से नशा हो जाता है।
लेकिन उस नशे से कुछ नहीं मिलता।
ऐसी नशीली खबरों की संख्या बढ़ रही है,
बढ़ाई जा रही है
ताकि आप पर इसका नशा
एक बार चढ़ जाए तो उतरे ना।
ऐसी नशीली खबरों से बचें।
नशा कीजिए
अच्छी खबरों का,
जिससे आपको कुछ हासिल हो।
ज्ञान मिले, प्रेरणा मिले,
आनंद मिले, मन को शांति मिले।
बुरी खबरों की
दुनिया से दूर रहे।
क्योंकि खबरों में भी
नशा होता है।
©® *रामकृष्ण डोंगरे Ramkrishna Dongre Pawar तृष्णा*
#रचना_डायरी #डोंगरे_की_डायरी #अधूरी_शायरी
#ramkrishnadongre #dongreJionline
#dongredigitalfamily #dakshfamilyshow
#मेरागांवतंसरामाल #news #khabar #कविता
#poetry #Poem