Sunday, February 24, 2013

कुछ बातें, कुछ लोग पार्ट टू


चर्चा ऑफ दी रिकार्ड, चाय-पकौड़े ऑन द रिकार्ड

पहले शॉट में- 
सांध्य दैनिक अग्निबाण, भोपाल, 30 जून, 2005
अग्निबाण में ही प्रकाशित इस खबर को रोचक बनाती है इसकी हेडिंग। उन दिनों भोपाल के अप्सरा रेस्टारेंट में रोजाना दो-चार प्रेस कांफ्रेंस-प्रेसवार्ता हुआ करती थी। यह बात सभी जानते हैं कि प्रेस कांफ्रेंस में चाय-समोसा, खाना-पीना क्या स्‍थान रखता है। इस बात को जब मैंने एक किताब पर चर्चा के लिए आयोजित कार्यक्रम के दौरान वरिष्ठ पत्रकार रामशरण जोशी के मुख से सुना, तो तुरंत दूसरे दिन के अखबार की हेडलाइन बना दी- चर्चा ऑफ दी रिकार्ड, चाय-पकौड़े द रिकार्ड।

अब विस्तार से- 
मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के न्यू मार्केट का अप्सरा रेस्टारेंट प्रेस कांफ्रेंस-प्रेसवार्ता के लिए सबसे ज्यादा जाना जाता है, जो कि रविन्द्र भवन परिसर में स्थित है। झीलों की नगरी भोपाल को जानने वाले पत्रकार बंधु इस तथ्य से अंजान नहीं होंगे। मुझे अपने इवनिंग न्यूज पेपर के लिए रोजाना कुछ अलग हटकर न्यूज देनी होती थी। मेरे बॉस अवधेश बजाज जी का साफ निर्देश था कि सुबह के अखबार में जो खबर छप जाए, उसे हम नहीं छापेंगे। इसलिए मुझे आर्ट एंड कल्चर की खबरों को नया रंग देना होता था। यह खबर इसी का नतीजा था। वरिष्ठ पत्रकार विजय मनोहर तिवारी की किताब -हरसूद 30 जून- पर चर्चा के लिए आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में टेलीविजन पत्रकार राहुल देव और आदरणीय रामशरण जोशी मौजूद थे।

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